काशीपुर। कृषि विज्ञान केंद्र काशीपुर में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की एक वार्षिक मीटिंग का आयोजन किया गया , जिसमें वैज्ञानिकों के साथ-साथ कृषिकों ने भी इस वार्षिक मीटिंग में प्रतिभाग किया । वार्षिक मीटिंग के माध्यम से वैज्ञानिकौ ने स्थानीय कृषकों को फसलों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी । इस दौरान डॉक्टर जितेंद्र कुवात्रा प्रसार शिक्षा पंतनगर यूनिवर्सिटी ने बताया कि वार्षिक मीटिंग में कृषकों को अच्छी प्रजातियों के बीज इस्तेमाल किया जाए जिससे कि फसलों की ग्रोथ बड़े। उन्होंने कहा कि गन्ने की तरह-तरह की प्रजातियां पर वैज्ञानिकों द्वारा रिसर्च किया जाता है और जो गन्ने का बीज अच्छी नस्ल का होता है वह किसानों को प्रोवाइड कराया जाता है। उन्होंने कहा कि बेमोसमी धान और गेहूं को ना लगाया जाए क्योंकि इससे किसानों को फायदे की बजाय नुकसान होता है, इसकी जगह लाही और मक्का का उत्पादन किया जाए, जिससे किसानों कीअधिक आय बढ़ेगी और किसानों को ज्यादा फायदा होगा। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को अच्छी आए हो इसके लिए उन्हें नई-नई प्रजातियों के बीज उपलब्ध कराए जाते हैं, जिससे किसान भाइयों की आय में अधिक बढ़ोतरी हो। वार्षिक मीटिंग में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के अलावा दूर-दराज से आए किसान भाइयों ने प्रतिभाग वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में प्रतिभाग किया किया।

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