काशीपुर : श्री चैती मेला सनातन धर्म रक्षा समिति ने मेयर दीपक बाली को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि चैती मेले में गैर सनातनियों को दुकानें न दी जाएं। समिति का कहना है कि ऐतिहासिक, पौराणिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण यह मेला अब केवल व्यावसायिक बनकर रह गया है, जिससे इसकी भव्यता और धार्मिक महत्व कम होता जा रहा है।
समिति के सदस्यों ने कहा कि पहले 10×10 की दुकानें मात्र 5000 रुपये में मिल जाती थीं, लेकिन अब उनकी कीमत 1 लाख रुपये तक पहुंच गई है, जिससे पुराने और मध्यम वर्गीय दुकानदार मेले में व्यापार नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि मेले की व्यवस्था एसडीएम काशीपुर या नगर निगम को दी जाए, ताकि दुकानें सस्ती दरों पर उपलब्ध हो सकें और मेले की पारंपरिक पहचान बनी रहे।
चैती मेले को भव्य और दिव्य बनाने के लिए समिति की प्रमुख मांगें:
- डोले के मार्ग का सुधार और सुविधाएं: माँ बालसुंदरी देवी जी के डोले के लिए रास्ते को समतल और सुव्यवस्थित बनाया जाए, साथ ही पर्याप्त लाइटिंग और सफाई सुनिश्चित की जाए।
- महिला सुरक्षा और सुविधाएं: महिलाओं के लिए अलग से शौचालय और स्नानघर बनाए जाएं, जिससे वे सुविधा और सुरक्षा के साथ मेले में आ सकें।
- गैर सनातनी दुकानों पर प्रतिबंध: समिति ने आरोप लगाया कि पिछले वर्षों में मेले में “थूक जिहाद” और “लव जिहाद” जैसी घटनाएं सामने आई थीं। इसलिए, फल, फूल, प्रसाद और खाने-पीने की दुकानें केवल सनातनी हिंदुओं को दी जाएं। दुकानदारों को अपने असली नाम की फ्लेक्सी दुकान के बाहर लगानी होगी और आधार कार्ड अपने पास रखना होगा।
- मांस-मदिरा पर पूर्ण प्रतिबंध: मेला क्षेत्र में मांस, मदिरा, प्याज, लहसुन और नशीली वस्तुओं की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए।
- मंदिरों के पास गैर सनातनी दुकानें न लगें: चैती मेले के मंदिरों के 200 मीटर के दायरे में गैर सनातनी दुकानों को अनुमति न दी जाए, ताकि धार्मिक पवित्रता बनी रहे।
- धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन: पूरे नवरात्रों के दौरान अखंड हवन, सत्संग और अन्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। साथ ही, लाउडस्पीकर पर केवल भजन-कीर्तन और माता के जयकारों की अनुमति दी जाए।
ज्ञापन सौंपने वालों में शामिल प्रमुख लोग:
ज्ञापन देने वालों में केवल कृष्ण छाबड़ा, युगल किशोर सिंधल, संजय गुप्ता, सुदर्शन कुमार, डॉ. अशोक कुमार, सचिन चौहान एडवोकेट, वीरेंद्र शर्मा, ईश्वर गुप्ता, राजीव अरोरा बच्चू, अमित मित्तल, बलबीर सिंह, श्याम सिंह आदि शामिल थे।
समिति ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।

संपादक : एफ यू खान
संपर्क: +91 9837215263